हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,मरजय तकलीद
हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा लुत्फ़ुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी के निधन पुरी कौम और खासकर शिया राष्ट्र के लिए एक बड़ा झटका है। स्वर्गीय क़ुम के मुख्य स्तंभों में से एक थे और ज्ञान और अभ्यास के मामले में इस धन्य केंद्र की सबसे प्रमुख हस्तियों में से एक था।
हुसैनीया हज़रत बकीयातुल्लाहिल आज़म अ.स.अंजुमने साहिबुल ज़मान अ.स. कारगिल लद्दाख क़ुम अलमुकद्दस में रह रहे कारगिल के दीनी विद्यार्थियों की ओर से हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा साफ़ी गुलपायगानी कि मजलिसे तरहीम का आयोजन किया गया और इस प्रोग्राम में वरिष्ठ उलेमा और दीनी विद्यार्थियों ने शिरकत की,
कुरआन खानी के बाद अंजुमने साहिबुल ज़मान अ.स.पूर्व सलाहकार हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लिमीन शेख़ अनवर शरफुद्दीन साहब ने सभा को संबोधित किया। इसमें स्वर्गीय आयतुल्ला सफी के विभिन्न पहलुओं की ओर इशारा करते हुए, विशेष रूप से धार्मिक और विद्वतापूर्ण कार्यों के लिए उनकी सेवाओं पर रोशनी डाली और कहा कि उनकी सेवाओं को भुलाया नहीं जा सकता है।